हेक्सा बनाम स्कार्पियो तुलना समीक्षा
अप्रैल 04, 2017
टाटा हेक्सा बनाम महिंद्रा स्कार्पियो:
क़ीमत और फीचर्स:
स्कॉर्पियो के सर्वोच्च मॉडल ‘S10’ 4x2 manual की कीमत Rs. 15 लाख (On Road - दिल्ली) है, जबकि हेक्सा XM’ 4×2 manual की कीमत Rs.16.5 लाख है, जो की स्कॉर्पियो के सर्वोच्च मॉडल की तुलना में Rs. 1.5 लाख महंगी साबित होती है।
सस्ती होने के बावजूद, स्कॉर्पियो ‘S10’ में हेक्सा 'XM' के प्रमाण में कई अतिरिक्त फीचर्स है जैसे: आटोमेटिक क्लाइमेट कण्ट्रोल, कॉर्नरिंग लैम्प्स, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम, क्रूज कण्ट्रोल, आटोमेटिक रेन सेंसिंग वाइपर्स, लाइट सेंसिंग हैडलैम्प्स, फोग लैम्प्स, एलाय व्हील्स और एल.इ.डी.डी.आर.एल।
हेक्सा बनाम स्कार्पियो वीडियो:
समान फीचर्स:
एबीएस , एयरबेग्स – 2, पावर स्टीयरिंग , पावर विंडोज , सेंट्रल लॉकिंग , कीलेस एंट्री , पार्किंग सेंसर्स , इंफोटेनमेंट : FM, USB, Aux, Bluetooth + 4 स्पीकर्स & 2 ट्वीटर्स , टचस्क्रीन , नेविगेशन , स्टीयरिंग व्हील स्वित्चेस , रियर वाश -वाइप -डीफोग , ड्राइवर सीट हाइट एडजस्ट , इलेक्ट्रिकली अडजस्टेबल मिररर्स , प्रोजेक्टर हैडलैम्प्स , रियर ऐसी
स्कॉर्पियो S10 के अतिरिक्त फीचर्स:
आटोमेटिक क्लाइमेट कण्ट्रोल , कॉर्नरिंग लैम्प्स , टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम , क्रूज कण्ट्रोल , आटोमेटिक रेन सेंसिंग वाइपर्स , लाइट सेंसिंग हैडलैम्प्स , फोग लैम्प्स , एलाय व्हील्स और एल .इ.डी. डी.आर.एल.
हेक्सा XM के अतिरिक्त फीचर्स:
रिट्रेक्टेबल विंडो सन-ब्लाइंड्स , हीटेड मिररर्स
परफोर्मन्स की तुलना:
हेक्सा ब्रोशर पर तो काफी प्रभावशाली दिखती है, लेकिन वास्तविक दुनिया में, इन गाड़ियों के परफोर्मन्स में शायद ही कोई अंतर है । हेक्सा 0 से 100 की.मि प्रति घंटे की स्पीड तक पहुचने मे स्कार्पियो की तुलना में सिर्फ आधा सेकंड तेज है। टिकाऊपन के संदर्भ में, स्कार्पियो हेक्सा की तुलना में काफी बेहतर है । स्कॉर्पियो का टर्बोचार्जर हेक्सा की तुलना में लगभग 1000 rpm पहले काम करना शुरू कर देता है जिसके कारन शहर में गाड़ी चलाते समय कम गियर बदलने की आवश्यकता रहती है । रिफाइनमेंट (परिशोधन )के मामले में दोनों गाड़िया काफी समान हैं । आटोमेटिक मॉडल में देखे तो हेक्सा स्कार्पियो से काफी बेहतर है ।
माईलेज:
हमारी टेस्ट के दौरान , स्कार्पियो ने हेक्सा की तुलना में लगातार 1 की.मि प्रति लीटर से ज्यादा माइलेज दी है । जबकि आटोमेटिक मॉडल में , दोनों गाडियो में कोई फर्क नहीं दिखा ।
पुनर्विक्रय और रखरखाव का खर्च (Resale and Cost of Ownership):
2011 की स्कार्पियो आज मार्केट में लग-भग Rs. 7 लाख में बिक्ति है , तो उस हिसाब से स्कार्पियो का ये नया मॉडल ज्यादा ही मूल्य में बिकेगा । हेक्सा भी उतने ही मूल्य में सेकंड हैण्ड मार्केट में बिकेगी ऐसी धारणा है ।
हालांकि कुल मिलाकर, , स्कार्पियो S10 हेक्सा की तुलना में Rs. 2.5 लाख से सस्ती पड़ती है ।
गाडी में आंतरिक जगह और अन्य सुविधाएं (Internal Space and Comfort):
अंदरूनी जगह और कंफर्ट के संदर्भ में हेक्सा का कोई मेल नहीं है । भले ही हेक्सा XM में कप्तान सीटों ( Captain seat) का विकल्प नहीं है, परंतु उसकी बिच की सीट में जगह इतनी विशाल है की 3 व्यक्ति पुरे आराम से बैठ सकते है । स्कार्पियो S10 कप्तान सीटों के विकल्प के साथ आती है, लेकिन उसमे घुटनो और पैरो के लिए पर्याप्त जगह की कमी है । जब सब सीट उपयोग में हो तो स्कार्पियो में सामान रखने के लिए कुछ भी जगह नहीं बचती, जबकि हेक्सा में पर्याप्त मात्रा में जगह मिलती है।
सवारी की गुणवत्ता और गाडी का नियंत्रण ( Ride Quality & Handling):
ख़राब सड़को से निपटने की क्षमता में इन दोनों गाड़ियों में जमीन आसमान का फर्क है । देखकर तो ऐसा लगता होगा की स्कार्पियो आराम से रस्ते के खड्डे और स्पीड ब्रेकर तो झेल लेगी , पर वास्तव में ऐसा बिलकुल भी नहीं है । जबकि हेक्सा इसी काम को बहुत बेहतरीन तरीके से कर लेती है । साथ ही में, सड़को पे मोड़ लेते समय हेक्सा की स्थिरता सराहनीय है । दूसरी तरफ, स्कार्पियो की मोड़ पर की सवारी काफी डरावनी रहती है और आपको रास्ते से बाहर फेके जाने का दर रहता है ।
विश्वसनीयता और सर्विस की उपलभ्दी (Reliability and after Sales Service) :
इस मामले में , महिंद्रा और टाटा दोनों कंपनिया अपने प्रतियोगी (मारुती ,हुंडई इत्यादि ) की तुलना में काफी पीछे है । पर, क्योंकि स्कार्पियो मार्किट में 2014 से बिक रही है इसलिए उसमे काम दिक्कते अपेक्षित है ।
अंतिम निष्कर्ष (Final Verdict):
स्कार्पियो मार्केट में काफी पुरानी हो चुकी है । इसके इलावा , नाही यह गाडी आरामदायक है और नाही इसमें 7 लोग आराम से बैठ सकते है । स्कार्पियो काफी हद तक अविश्वसनीय भी है ।
हेक्सा की कीमत भले ही स्कार्पियो से ज्यादा है , पर यह गाडी स्कार्पियो की तुलना में काफी विषयो में श्रेष्ठ है ।
तो अगर आप इन दोनों गाडियो में से एक को खरीदने का विचार कर रहे है तो हमारा सुजाव हेक्सा का होगा ।
Hexa vs Scorpio Comparison in English
Related CarComparos:
*If you can't find the Comparison you were looking for? Just mention it in the comments section below and we'll put it up as soon as possible.
Hyundai Creta vs Scorpio Comparison
Mahindra Bolero Power Plus vs Scorpio Comparison
Mahindra NuvoSport vs Scorpio Comparison
Tata Safari Storme vs Scorpio Comparison
Toyota Innova Crysta vs Scorpio Comparison
*If you can't find the Comparison you were looking for? Just mention it in the comments section below and we'll put it up as soon as possible.
टाटा हेक्सा बनाम महिंद्रा स्कार्पियो:
क़ीमत और फीचर्स:
स्कॉर्पियो के सर्वोच्च मॉडल ‘S10’ 4x2 manual की कीमत Rs. 15 लाख (On Road - दिल्ली) है, जबकि हेक्सा XM’ 4×2 manual की कीमत Rs.16.5 लाख है, जो की स्कॉर्पियो के सर्वोच्च मॉडल की तुलना में Rs. 1.5 लाख महंगी साबित होती है।
सस्ती होने के बावजूद, स्कॉर्पियो ‘S10’ में हेक्सा 'XM' के प्रमाण में कई अतिरिक्त फीचर्स है जैसे: आटोमेटिक क्लाइमेट कण्ट्रोल, कॉर्नरिंग लैम्प्स, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम, क्रूज कण्ट्रोल, आटोमेटिक रेन सेंसिंग वाइपर्स, लाइट सेंसिंग हैडलैम्प्स, फोग लैम्प्स, एलाय व्हील्स और एल.इ.डी.डी.आर.एल।
हेक्सा बनाम स्कार्पियो वीडियो:
समान फीचर्स:
एबीएस , एयरबेग्स – 2, पावर स्टीयरिंग , पावर विंडोज , सेंट्रल लॉकिंग , कीलेस एंट्री , पार्किंग सेंसर्स , इंफोटेनमेंट : FM, USB, Aux, Bluetooth + 4 स्पीकर्स & 2 ट्वीटर्स , टचस्क्रीन , नेविगेशन , स्टीयरिंग व्हील स्वित्चेस , रियर वाश -वाइप -डीफोग , ड्राइवर सीट हाइट एडजस्ट , इलेक्ट्रिकली अडजस्टेबल मिररर्स , प्रोजेक्टर हैडलैम्प्स , रियर ऐसी
स्कॉर्पियो S10 के अतिरिक्त फीचर्स:
आटोमेटिक क्लाइमेट कण्ट्रोल , कॉर्नरिंग लैम्प्स , टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम , क्रूज कण्ट्रोल , आटोमेटिक रेन सेंसिंग वाइपर्स , लाइट सेंसिंग हैडलैम्प्स , फोग लैम्प्स , एलाय व्हील्स और एल .इ.डी. डी.आर.एल.
हेक्सा XM के अतिरिक्त फीचर्स:
रिट्रेक्टेबल विंडो सन-ब्लाइंड्स , हीटेड मिररर्स
परफोर्मन्स की तुलना:
हेक्सा ब्रोशर पर तो काफी प्रभावशाली दिखती है, लेकिन वास्तविक दुनिया में, इन गाड़ियों के परफोर्मन्स में शायद ही कोई अंतर है । हेक्सा 0 से 100 की.मि प्रति घंटे की स्पीड तक पहुचने मे स्कार्पियो की तुलना में सिर्फ आधा सेकंड तेज है। टिकाऊपन के संदर्भ में, स्कार्पियो हेक्सा की तुलना में काफी बेहतर है । स्कॉर्पियो का टर्बोचार्जर हेक्सा की तुलना में लगभग 1000 rpm पहले काम करना शुरू कर देता है जिसके कारन शहर में गाड़ी चलाते समय कम गियर बदलने की आवश्यकता रहती है । रिफाइनमेंट (परिशोधन )के मामले में दोनों गाड़िया काफी समान हैं । आटोमेटिक मॉडल में देखे तो हेक्सा स्कार्पियो से काफी बेहतर है ।
माईलेज:
हमारी टेस्ट के दौरान , स्कार्पियो ने हेक्सा की तुलना में लगातार 1 की.मि प्रति लीटर से ज्यादा माइलेज दी है । जबकि आटोमेटिक मॉडल में , दोनों गाडियो में कोई फर्क नहीं दिखा ।
पुनर्विक्रय और रखरखाव का खर्च (Resale and Cost of Ownership):
2011 की स्कार्पियो आज मार्केट में लग-भग Rs. 7 लाख में बिक्ति है , तो उस हिसाब से स्कार्पियो का ये नया मॉडल ज्यादा ही मूल्य में बिकेगा । हेक्सा भी उतने ही मूल्य में सेकंड हैण्ड मार्केट में बिकेगी ऐसी धारणा है ।
हालांकि कुल मिलाकर, , स्कार्पियो S10 हेक्सा की तुलना में Rs. 2.5 लाख से सस्ती पड़ती है ।
गाडी में आंतरिक जगह और अन्य सुविधाएं (Internal Space and Comfort):
अंदरूनी जगह और कंफर्ट के संदर्भ में हेक्सा का कोई मेल नहीं है । भले ही हेक्सा XM में कप्तान सीटों ( Captain seat) का विकल्प नहीं है, परंतु उसकी बिच की सीट में जगह इतनी विशाल है की 3 व्यक्ति पुरे आराम से बैठ सकते है । स्कार्पियो S10 कप्तान सीटों के विकल्प के साथ आती है, लेकिन उसमे घुटनो और पैरो के लिए पर्याप्त जगह की कमी है । जब सब सीट उपयोग में हो तो स्कार्पियो में सामान रखने के लिए कुछ भी जगह नहीं बचती, जबकि हेक्सा में पर्याप्त मात्रा में जगह मिलती है।
सवारी की गुणवत्ता और गाडी का नियंत्रण ( Ride Quality & Handling):
ख़राब सड़को से निपटने की क्षमता में इन दोनों गाड़ियों में जमीन आसमान का फर्क है । देखकर तो ऐसा लगता होगा की स्कार्पियो आराम से रस्ते के खड्डे और स्पीड ब्रेकर तो झेल लेगी , पर वास्तव में ऐसा बिलकुल भी नहीं है । जबकि हेक्सा इसी काम को बहुत बेहतरीन तरीके से कर लेती है । साथ ही में, सड़को पे मोड़ लेते समय हेक्सा की स्थिरता सराहनीय है । दूसरी तरफ, स्कार्पियो की मोड़ पर की सवारी काफी डरावनी रहती है और आपको रास्ते से बाहर फेके जाने का दर रहता है ।
विश्वसनीयता और सर्विस की उपलभ्दी (Reliability and after Sales Service) :
इस मामले में , महिंद्रा और टाटा दोनों कंपनिया अपने प्रतियोगी (मारुती ,हुंडई इत्यादि ) की तुलना में काफी पीछे है । पर, क्योंकि स्कार्पियो मार्किट में 2014 से बिक रही है इसलिए उसमे काम दिक्कते अपेक्षित है ।
अंतिम निष्कर्ष (Final Verdict):
स्कार्पियो मार्केट में काफी पुरानी हो चुकी है । इसके इलावा , नाही यह गाडी आरामदायक है और नाही इसमें 7 लोग आराम से बैठ सकते है । स्कार्पियो काफी हद तक अविश्वसनीय भी है ।
हेक्सा की कीमत भले ही स्कार्पियो से ज्यादा है , पर यह गाडी स्कार्पियो की तुलना में काफी विषयो में श्रेष्ठ है ।
तो अगर आप इन दोनों गाडियो में से एक को खरीदने का विचार कर रहे है तो हमारा सुजाव हेक्सा का होगा ।
Hexa vs Scorpio Comparison in English
Related CarComparos:
*If you can't find the Comparison you were looking for? Just mention it in the comments section below and we'll put it up as soon as possible.
Hyundai Creta vs Scorpio Comparison
Mahindra Bolero Power Plus vs Scorpio Comparison
Mahindra NuvoSport vs Scorpio Comparison
Tata Safari Storme vs Scorpio Comparison
Toyota Innova Crysta vs Scorpio Comparison
*If you can't find the Comparison you were looking for? Just mention it in the comments section below and we'll put it up as soon as possible.